Publish Date: 2024-02-06 19:57:08
Stock Market in General Elections Year: देश में अब जनरल इलेक्शन में ज्यादा समय नहीं बचा है. शेयर बाजार में जनरल इलेक्शन साइकिल में तेज उतार चढ़ाव का दौर शुरू हो गया है. हाल ही में राज्यों में हुए चुनावों में जिस तरह से केंद्र में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को जीत मिली है, उससे राजनीतिक स्थिरता का सेंटीमेंट मजबूत हुआ है, फिर भी बाजार को जनरल इलेक्शन को लेकर ट्रेंड और फिर नतीजों का इंतजार रहेगा. बहुत से लोग इस बात को लेकर कनफ्यूज हैं कि आम चुनावों के परिणामों तक बाजार की चाल कैसी रहेगी. अभी किन शेयरों पर दांव लगाने का सही समय है. ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इस बारे में एक डिटेल रिपोर्ट जारी की है.
जनरल इलेक्शन ईयर का ट्रेंड
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले ट्रेंड देखें तो जनरल इलेक्शन ईयर (Election Year) में, निफ्टी में फरवरी-मार्च में निचले स्तर पर जाने का ट्रेंड होता है, जिसके बाद पिछले 3 दशकों में हर 7 बार की बात करें जनरल इलेक्शन के रिजल्ट आने तक कम से कम 14 फीसदी की ग्रोथ होती है.
(Source: Bloomberg, ICICI Direct Research)
निफ्टी में सामान्य बुल मार्केट करेक्शन लगभग 8 फीसदी (मल्टीपल साइकिल एवरेज) है, जिसके बाद नए हाई बनते हैं. चूंकि 4.5 फीसदी करेक्शन (22124 के लाइफ टाइम हाई से) हमारे पीछे है, यह मॉडल 20500-20800 के लेवल पर मजबूत समर्थन का संकेत देता है. बॉटम अप चार्ट स्टडी से पता चलता है कि कई शेयरों के लंबी अवधि के कंसोलिडेशन लोन से बाहर आने के बाद सभी सेक्टर और दिग्गज शेयरों में तेजी बढ़ेगी, जिससे अपट्रेंड के रुख को सपोर्ट मिलेगा.
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लार्जकैप साइकिल के लो पर
निफ्टी/निफ्टी500 का रेश्यो साइकिल के निचले स्तर पर है.दो दशकों में, रेश्यो 2 मौकों पर 1 पर आ गया, इसके बाद बाद की तिमाहियों में लार्ज कैप का प्रदर्शन अच्छा रहा. ग्लोबल इक्विटी मार्केट सेटअप मजबूत है और कुछ तिमाहियों में और तेजी का समर्थन करती है
निफ्टी @23400 का टारगेट
200-डे मूविंग एवरेज से ऊपर के शेयरों का पर्सेंटेज करेक्टिव फेज में भी 80 फीसदी से ऊपर बना हुआ है जो मजबूत अंडरलाइंग स्ट्रेंथ का संकेत है. इन वजहों को ध्यान में रखते हुए, हम उम्मीद करते हैं कि निफ्टी जून 2024 तक 23400 तक पहुंच (Nifty new Target) जाएगा. इस बीच फरवरी-मार्च की अवधि में एक ड्यूरेबल बॉटम बनेगा, जिसमें 20500-20800 मजबूत समर्थन के रूप में काम (Stock Market Outlook) करेगा. इसलिए यहां से अस्थिरता को खरीदारी के अवसर के रूप में मानना चाहिए.
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यूनियन इलेक्शन साइकिल
जनरल इलेक्शन साइकिल (General Election Cycle) इक्विटी मार्केट के लिए एक प्रमुख इवेंट है. इसे चार भागों में बांटा गया है – इलेक्शन ईयर, पोस्ट इलेक्शन ईयर, मिड टर्म ईयर और प्रीइलेक्शन ईयर. इंडियन इक्विटी मार्केट वर्तमान में इलेक्शन साइकिल के आधार पर कुछ विशेषताएं प्रदर्शित करते हैं.
CY24 यूनियन इलेक्शन ईयर होने के चलते इक्विटी मार्केट के सेंटीमेंट पर महत्वपूर्ण असर पड़ेगा. यह देखा गया है कि इलेक्शन ईयर में अस्थिरता के बावजूद बेंचमार्क इंडेक्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है. चार दशक के इतिहास पर गौर करें तो इलेक्शन ईयर में औसत रिटर्न 17 फीसदी रहा है. इसलिए इलेक्शन ईयर में अस्थिरता को खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए.
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PSU थीम पर करें फोकस
2008 के पीक के बाद से यह सेक्टर आउट आफ फेवर है. अभी हाल ही में, CY23 में सेक्टर इंडेक्स मजबूत ब्रेकआउट दर्ज करते हुए अपने CY08 शिखर को पार करने में कामयाब रहा. ऑएल एंड गैस, मेटल, बीएफएसआई, पावर पीएसयू स्टॉक्स में सिमिलर ब्रेकआउट दिख रहा है, जो पिछड़ने की बजाय लीडर बन रहे हैं. उम्मीद है कि पीएसयू थीम लंबे समय तक बेहतर प्रदर्शन करेगी. इसमें पैसा बनाने के कई अवसर मौजूद हैं क्योंकि कई कंपनियां लंबी अवधि में फंडामेंटल में सुधार के कारण बदलाव देख रही हैं.
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आईटी सेक्टर: दूसरों की देखा-देखी दूरी न बनाएं
प्राइस और टाइमवाइज करेक्शन ऐतिहासिक रूप से तुलना में मैच्योर हो गया है. CY08 के बाद पिछले 3 करेक्शन की बात करें तो यह 30 फीसदी प्राइस डिक्लाइन और 6-7 तिमाही सुधार के बाद मैच्योर हुए. वर्तमान में हम करेक्शन फेज की 7वीं तिमाही में हैं, यानी आगे इसमें अपट्रेंड का संकेत है.
किन सेक्टर्स पर करें फोकस
बारगेन बॉय: बीएफएसआई, मेटल
आउटपरफॉर्मर: पीएसयू, Oil & Gas, इंफ्रा, पावर
मार्केट परफॉर्मर्स: आईटी, आटो, कैपिटल गुड्स, फार्मा, रियल्टी
न्यूट्रल: कंजम्पशन
Credits: hindi.financialexpress.com